
पंजाब में कांग्रेस के बीच घमासान मचने और कैप्टन अमरिंदर सिंह के सीएम पद छोड़ने के बीच अब 'आप' ने अपने मुख्यमंत्री उम्मीदवार के बारे में बताया है। 'आप' के नेता राघव चड्ढा ने कहा कि उनकी पार्टी की तरफ से पंजाब में मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार प्रदेश से ही आने वाला कोई ऐसा व्यक्ति होगा, जिसे प्रदेश का गौरव कहा जा सकता है। पंजाब में अगले साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं और आप इस चुनावी जंग को जीतने के लिये तैयारी में जुटी है। पार्टी ने पहले ही कह रखा है कि अगर वह प्रदेश में अगली सरकार बनाती है तो लोगों को बिजली की 300 यूनिट मुफ्त दी जाएगी।
पंजाब के लिए आप के सह-प्रभारी चड्ढा ने कहा कि राज्य के लोग अगले चुनाव में अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली पार्टी को एक मौका देना चाहते हैं क्योंकि अकाली दल 'अप्रासंगिक' हो गया है। इसके अलावा पंजाब के चुनावी इतिहास में कांग्रेस की सबसे 'निकम्मी सरकार' रही है। उन्होंने कहा कि पंजाब के लिए मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार का फैसला पार्टी की राजनीतिक मामलों की समिति द्वारा आने वाले वक्त में किया जाएगा। आप सांसद और पार्टी की पंजाब इकाई के अध्यक्ष भगवंत मान के चुने जाने की संभावना पर उन्होंने कहा, 'मैं आप के सीएम उम्मीदवार की केवल तीन विशेषताएं बता सकता हूं। एक यह है कि वह पंजाब राज्य से होगा, वह पंजाब की 2.8 करोड़ आबादी में से होगा और तीसरा वह कोई ऐसा व्यक्ति होगा, जिसे पंजाब की 'आन बान शान' कहा जा सकता है।'
आप नेता बोले, सिर्फ केजरीवाल के नाम पर मिलना है वोट
दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने जून में कहा था कि 2022 के पंजाब विधानसभा चुनावों के लिये पार्टी की तरफ से मुख्यमंत्री का चेहरा सिख समुदाय से होगा। मान के समर्थकों द्वारा उन्हें मुख्यमंत्री का चेहरा बनाए जाने की इच्छा व्यक्त किए जाने के बारे में पूछने पर चड्ढा ने कहा, सभी केजरीवाल और उनके शासन मॉडल के समर्थक हैं। मैं व्यक्तियों पर टिप्पणी नहीं करना चाहता, लेकिन वोट झाड़ू (पार्टी का चुनाव चिन्ह) और केजरीवाल के लिए है।' पार्टी के सूत्रों ने बताया कि संगरूर और बरनाला जिलों में आप के कई कार्यकर्ता बैठक कर रहे हैं और पार्टी नेतृत्व पर मान को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार चुनने के लिए दबाव डाल रहे हैं।
राघव चड्ढा बोले- अप्रासंगिक हो रहा है अकाली दल
पंजाब के राजनीतिक हालात के बारे में बात करते हुए चड्ढा ने दावा किया कि अकाली दल धीरे-धीरे 'अप्रासंगिक' होता जा रहा है क्योंकि लोग बादल की पार्टी के लिए 'अत्यंत घृणा' रखते हैं और चाहते हैं कि वह पराजित हो। उन्होंने कहा कि जहां तक कांग्रेस का सवाल है, वह 'आत्महत्या के मिशन और खुद ही बर्बादी की राह' पर है और उसे विपक्ष की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि वे खुद अपने विरोधी हैं और लोग सिर्फ आप और चुनाव होने का इंतजार कर रहे हैं। मुख्यमंत्री के पद से शनिवार को हुए अमरिंदर सिंह के इस्तीफे पर चड्ढा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी की 'कुर्सी की जंग' में सबसे बड़ा नुकसान पंजाब में शासन का हुआ है।
कांग्रेस, अकाली ने भी किसानों की पीठ में घोंपा है छुरा
उन्होंने कहा, 'पंजाब के लोग बदलाव के लिए तरस रहे हैं। उन्हें लगता है कि उन्होंने हर किसी को देख लिया है और अब केवल आप ही उनकी उम्मीद है। वे आप को आजमाना चाहते हैं, वे आप को वोट देना चाहते हैं और दिल्ली में पिछले छह वर्षों से प्रदर्शित केजरीवाल के शासन के मॉडल पर भरोसा कर रहे हैं।' चड्ढा ने कहा कि जब वह राज्य के लोगों से पूछते हैं कि वे अगले चुनाव में किसे वोट देंगे, तो उन्होंने जवाब दिया कि वे इस बार आप को मौका देना चाहते हैं। चुनावों पर किसानों के चल रहे विरोध प्रदर्शन के प्रभाव पर चड्ढा ने आरोप लगाया कि तीनों दलों- भाजपा, कांग्रेस और अकाली दल- ने भारतीय किसानों को 'धोखा' दिया और उनकी 'पीठ में छुरा घोंपा' है।